चीन और अमेरिका के पास भी भारत की तरह यह तकनीक नहीं, पाकिस्तान भी इसे लेने के लिए लाइन में

UPI payment Platform : भारत ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (Unified Payments Interface) यानी यूपीआई पेमेंट प्लेटफॉर्म (UPI payment Platform) बनाया है और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में इसे सफलतापूर्वक लागू कर एक मिसाल कायम की है। UPI का पूरा सिस्टम National Payment Corporation of India (NPCI) द्वारा बनाया गया था। जबकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की देखरेख में लागू किया गया है। यूपीआई ने कोविड के दौरान भारत में डिजिटल भुगतान की दुनिया में क्रांति ला दी है।

चीन और अमेरिका के पास भारत जैसा सिस्टम नहीं 

मौजूदा समय में भारत ही नहीं भूटान, यूएई, श्रीलंका समेत कई देशों में यूपीआई के जरिए पेमेंट किया जा रहा है। इसके साथ ही कनाडा समेत करीब 12 देशों में यूपीआई पेमेंट शुरू कर दिया गया है। इसे बैंकिंग की दुनिया में बदलाव के तौर पर देखा गया।

यहां तक कि अमेरिका और चीन के पास भी भारत की यूपीआई आधारित भुगतान तकनीक की तरह सफल यूपीआई सिस्टम नहीं है। यहाँ तक कि स्वयं अमेरिकी भी US UPI भुगतान का उपयोग नहीं करते हैं। चीन का भी यही हाल है। जबकि भारतीय UPI रोजाना नए रिकॉर्ड बना रहा है।

भारत की तरह यूपीआई सिस्टम चाहता है पाकिस्तान

भारत का हमेशा से शत्रुतापूर्ण पड़ोसी देश पाकिस्तान भी भारतीय यूपीआई प्रणाली से काफी प्रभावित है। ऐसे में वह भी भारतीय यूपीआई को अपनाना चाहते हैं। लेकिन सुरक्षा को वजह बताकर पाकिस्तान के हुक्मरान UPI सिस्टम से कतरा रहे हैं.

UPI के माध्यम से रिकॉर्ड भुगतान

पिछले साल दिसंबर के महीने में भारत में रिकॉर्ड UPI पेमेंट हुआ था। इस दौरान 12.82 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। आपको बता दें कि यूपीआई प्लेटफॉर्म को साल 2016 में लॉन्च किया गया था। फोनपे, गूगल पे, पेटीएम जैसे ऐप भारत में यूपीआई के लिए प्रमुख पेमेंट गेटवे प्लेटफॉर्म हैं। यूपीआई एक फ्री सर्विस है। जिसे इंटरनेट के साथ-साथ बिना इंटरनेट के भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

UPI को हर जगह स्वीकार किया जा रहा है

भारत में आज हर दुकान और मॉल में यूपीआई भुगतान स्वीकार किए जा रहे हैं। दर्जी की छोटी दुकानों पर भी ऑनलाइन भुगतान स्वीकार किए जाते हैं। पीएम मोदी खुद डिजिटल पेमेंट की तारीफ कर चुके हैं.

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