OpenAI Launches New Tool : लोकप्रिय चैटबॉट चैटजीटीपी (ChatGTP) निर्माता ओपनएआई ने एक टूल लॉन्च किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence-AI) द्वारा उत्पन्न टेक्स्ट को पहचान लेगा। कंपनी ने अपने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी।
कंपनी ने बुधवार को एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि चैटजीटीपी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence-AI) से उत्पन्न पहचान के लिए एक सॉफ्टवेयर टूल जारी किया है।
ChatGTP एक मुफ्त कार्यक्रम है जो लेख, निबंध, चुटकुले और कविता जैसे पाठ उत्पन्न करता है। चैटबॉट के आने के बाद, शिक्षक और शिक्षाविद कॉपीराइट और साहित्यिक चोरी को लेकर चिंता जता रहे थे।
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कंपनी ने कहा कि उसने एक ही विषय पर मानव-लिखित और एआई-लिखित टेक्स्ट के डेटासेट पर ट्रेन क्लासिफायर जारी किया है। इसका उद्देश्य एआई द्वारा लिखित पाठ को मानव-लिखित पाठ से अलग करना है।
ChatGTP कंपनी ने कहा कि, वह गलत सूचना अभियान और शैक्षणिक बेईमानी जैसे मुद्दों को हल करने के लिए स्वचालित रूप से विभिन्न प्रदाताओं का उपयोग करती है।
ChatGTP कंपनी को फीडबैक मिलेगा
अपने सार्वजनिक बीटा मोड में, OpenAI ने स्वीकार किया है कि डिटेक्शन टूल 1,000 वर्णों से कम के टेक्स्ट पर बहुत अविश्वसनीय है और एआई-लिखित टेक्स्ट को क्लासिफायर को चकमा देने के लिए संपादित किया जा सकता है।
OpenAI ने कहा कि हम फीडबैक प्राप्त करने के लिए इस क्लासिफायर को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ऐसे अपूर्ण उपकरण उपयोगी हो सकते हैं या नहीं। कंपनी का कहना है, “हमारा मानना है कि एआई-लिखित पाठ की पहचान शिक्षकों के बीच चर्चा का एक महत्वपूर्ण बिंदु है।
ChatGTP स्कूलों में प्रतिबंधित
आपको बता दें कि ChatGPT की शुरुआत पिछले साल नवंबर में हुई थी और कुछ ही दिनों में इसने लोकप्रियता हासिल कर ली थी। इस बीच अमेरिका के कई बड़े स्कूलों ने एआई चैटबॉट्स को लेकर चिंता जताई और उनके इस्तेमाल पर रोक लगा दी। स्कूलों का कहना है कि छात्र टेक्स्ट जनरेटर का उपयोग धोखा देने या चोरी करने के लिए कर सकते हैं।
थर्ड- पार्टी डिटेक्शन टूल
इस बीच अन्य कंपनियों ने भी GPTZeroX सहित थर्ड-पार्टी डिटेक्शन टूल बनाए हैं, ताकि शिक्षकों को AI-जनित टेक्स्ट का पता लगाने में मदद मिल सके। OpenAI ने कहा कि वह ChatGPT की क्षमताओं और सीमाओं पर चर्चा करने के लिए शिक्षकों के साथ काम कर रहा है। एआई-जनित टेक्स्ट रिकग्निशन पर काम करता रहा है और करता रहेगा।