Chat GPT क्या है? Chat GPT कैसे काम करता है? Chat GPT अकौंट कैसे रजिस्टर करे?

तकनीक ने हमारे जीवन को बहुत आसान बना दिया है। इनकी वजह से आज न जाने कितने काम बड़ी आसानी से हो जाते हैं, जो कभी बहुत मुश्किल माने जाते थे। हाल ही में विशेषज्ञों ने एआई आधारित नई तकनीक चैट जीपीटी लॉन्च की है।

Technology has made our life very easy. Because of them, don’t know how many tasks are done very easily today, which were once considered very difficult. Recently experts have launched AI based new technology Chat GPT.

दुनिया में हर दिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल बढ़ रहा है, कल तक जिस बात को हम इम्पोसिबल मानते थे आज वही काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के मदद से चुटकियों में किया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में कई बदलाव हो रहे है, ऐसे में ChatGPT यानी Open AI के आने से टेक्नोलॉजी की दुनिया में भूचाल आया है।

हर कोई टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में Open AI की चर्चा कर रहा है, लगातार हो रहे शोध का ही नतीजा है कि आज हमारे पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी अत्याधुनिक तकनीक है। यही पर शोधकर्ता नहीं रुके हैं, वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में भी नए-नए प्रयोग कर रहे हैं और उसे नए रूपों में पेश कर रहे हैं।

इसी क्रम में पिछले साल 30 नवंबर को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का एक नया रूप ‘Chat GPT’ लॉन्च किया गया। हालांकि अभी यह तकनीक प्रोटोटाइप स्टेज में है और इस पर काम चल रहा है। Chat GPT आनेवाले समय में किस करवट बैठता है, इसपर इसका भविष्य निर्धारित होनेवाला है।

Chat GPT क्या है?

चैट जीपीटी (Chat GPT) एक एआई आधारित प्रोग्राम है जिसका इस्तेमाल बातचीत के लिए किया जाता है। यह प्राकृतिक तरीके से मनुष्यों के साथ बातचीत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ओपन एआई (Open-AI) यानी ओपन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Open Artificial Intelligence) कंपनी ने इसे तैयार किया है।

ओपन एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Open AI Artificial Intelligence) पर रिसर्च करने वाली कंपनी है, जिसे 2015 में एलोन मस्क (Elon Musk) और सैम ऑल्टमैन (Sam Altman) ने शुरू किया था। साल 2018 में एलन मस्क के कंपनी छोड़ने के बाद बिल गेट्स (Bill Gates) ने इसमें निवेश किया था।

पिछले साल 30 नवंबर को इस कंपनी ने AI के नए रूप Chat GPT को लॉन्च किया था। लॉन्च होने के पांच दिनों के भीतर ही इसके एक मिलियन यूजर्स हो गए। माना जा रहा है कि अब तक इसके एक करोड़ से ज्यादा यूजर्स हो चुके हैं।

यह तकनीक कैसे काम करती है?

Chat GPT एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है। ओपन एआई (Open AI) की वेबसाइट पर जाकर चैट जीपीटी के आइकन पर क्लिक करने के बाद यूजर के सामने चैट बॉट (Chat Bot) का आइकन दिखाई देता है। इस पर यूजर चैट के जरिए सवाल पूछ सकता है।

इसके बाद चैट जीपीटी इसका सही और सटीक जवाब देता है। यह मॉडल ‘रीनफोर्स्ड लर्निंग फ्रॉम ह्यूमन फीडबैक (Reinforced Learning from Human Feedback) तकनीक के आधार पर तैयार किया गया है।

एआई (AI) का यह मॉडल लगातार इंसानों से मिले इनपुट से खुद को अपडेट करता है और समय के साथ चीजें सीखता है। इंसानों की तरह यह तकनीक लगातार सीखने की प्रक्रिया में लगा रहता है और दिन-ब-दिन खुद में सुधार करता है, खुद को अपडेट करते रहता है।

तकनीक कई खूबियों से लैस है

चैट जनरेटिव प्री ट्रेंड ट्रांसफॉर्मर यानी चैट जीपीटी की मुख्य विशेषता एक सामान्य व्यक्ति की तरह ही एक टेक्स्ट बॉक्स में प्राकृतिक प्रतिक्रियाएं उत्पन्न करना है। इस कारण से, यह चैट बॉट्स, एआई सिस्टम वार्तालापों और आभासी सहायकों के लिए एकदम सही है।

GPT जैसे चैट बॉट भारी मात्रा में डेटा और कंप्यूटिंग तकनीकों द्वारा संचालित होते हैं। वे न केवल शब्दावली और जानकारी का उपयोग करते हैं, बल्कि शब्दों को उनके सही संदर्भ में समझते हैं और उत्तर भी देते हैं।

  • चैट जीपीटी पूछे गए प्रश्नों को समझ सकता है और बातचीत के लहजे में सहज उत्तर दे सकता है।
  • यह कहानियों और कविताओं की रचना के साथ-साथ लेख भी लिख सकता है और अनुवाद भी कर सकता है।
  • यह जटिल कोड लिख सकता है और कंप्यूटर प्रोग्राम में त्रुटियों की पहचान कर उन्हें दूर कर सकता है।
  • ग्राहक सेवा को दिन के 24 घंटे, सप्ताह के 7 दिन एक्सेस किया जा सकता है। यह कम खर्चीला निकला।
  • प्राकृतिक भाषा विश्लेषण (Natural Language Processing) द्वारा उपयोगकर्ता के व्यवहार को समझ सकता है और उस आधार पर उसकी मदद कर सकता है।
  • इसके जरिए बेसिक ईमेल बनाना, पार्टी प्लानिंग लिस्ट जैसे काम किए जा सकते हैं।
  • यह डिजिटल मार्केटिंग, ऑनलाइन कंटेंट क्रिएशन, कोड डिबगिंग जैसे कार्यों को करने में भी कुशल है।
  • कई ब्लॉगर्स के लिए वरदान साबित हुआ है, ब्लॉग को सटीक और सही जानकारी के साथ लिखने में मदत कर रहा है।

इसमें कई खामियां भी हैं

  • यह मॉडल कई बार गलत जानकारी भी देता है, क्योंकि इसकी जानकारी 2021 से पहले की वैश्विक घटनाओं तक ही सीमित है।
  • यह अभी भी पूरी तरह से यूजर के इनपुट को समझने में सक्षम नहीं है, जिसके कारण कई बार यह बेमेल और बेतुके जवाब भी देता है।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में मानवीय भावनाओं को अभी तक पूरी तरह से शामिल नहीं किया गया है।
  • जिसके कारण अनैतिक और अभद्र भाषा के खतरे बने हुए हैं।
  • आप अगर सही तरीके से सवाल करेंगे तो सही जवाब आएगा, नही तो गलत जानकारी एवं जवाब देता है।

इस तरह आप खुद को चैट बॉट पर रजिस्टर कर सकते हैं

  • उपयोगकर्ता Chat GPT पर पंजीकरण करने के लिए दो माध्यमों का उपयोग कर सकता है।
  • वह अपनी ईमेल आईडी या मोबाइल नंबर के माध्यम से इसकी वेबसाइट OpenAI.com पर पंजीकरण करा सकता है।
  • यह करने के लिए ब्राउज़ करते समय लॉगिन पेज पर जाएं।
  • इसके बाद अपनी ईमेल आईडी से एआई अकाउंट बनाएं।
  • अगले चरण में आपसे व्हेरिफिकेशन के लिए आपका मोबाइल नंबर मांगा जाएगा।
  • इसके बाद एक ओटीपी के जरिए आपका इस प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन हो जाएगा।

एनएलपी पर आधारित जीपीटी चैट करें

चैट जीपीटी एनएलपी (Natural Language Processing) पर आधारित है। यही कारण है कि यह विभिन्न एनएलपी परियोजनाओं पर काम कर रहे शोधकर्ताओं और डेवलपर्स के लिए एक उत्कृष्ट उपकरण है। एआई के इस रूप में काम करने के लिए कई विशिष्ट कार्य, डोमेन और एप्लिकेशन उपलब्ध हैं।

इतना ही नहीं, इस कार्यक्रम में एक विकल्प है कि आप चैट जीपीटी द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट हैं या नहीं। यदि आप नहीं चुनते हैं, तो यह एआई अपने डेटा को संशोधित करेगा और आपको नया डेटा देगा। यह अपना उत्तर तब तक बदलता रहता है जब तक कि उपयोगकर्ता इसके द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट नहीं हो जाते।

GPT-3 चैट बॉट क्या है

GPT-3 चैट बॉट ओपन एपीआई द्वारा विकसित प्रोग्रामेबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एप्लिकेशन हैं। ये बॉट GPT-3 भाषा मॉडल के साथ काम करते हैं। इन्हें जनरेटिव प्री ट्रेंड ट्रांसफॉर्मर-3 भी कहा जाता है।

जब GPT-3 चैट बॉट को Open API के GPT-3 इंजन जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करके बनाया जाता है, तो कंपनियां प्रोग्राम को मानव की तरह लिखने या बोलने के लिए प्रशिक्षित करती हैं।

इसके उन्नत अनुप्रयोग गहन शिक्षण, एनएलपी, ऑपरेटर ट्यूटोरियल और ऑनलाइन प्रशिक्षण डेटा सेट से बड़े पैमाने पर अंतर्दृष्टि पर भरोसा करते हैं ताकि इसके उपयोगकर्ताओं के साथ प्राकृतिक-ध्वनि वाली बातचीत हो सके।

Python और Twilio के SMS सामान्य भाषाएं और प्लेटफॉर्म हैं जो GPT-3 तकनीक का उपयोग करते हैं। अन्य सरल चैट बॉट्स के विपरीत, GPT-3 मैसेजिंग सेवा उपयोगकर्ता के प्रश्न का अधिक उपयोगी उत्तर प्रदान कर सकती है। GPT-3 चैट बॉट मॉडल GPT चैट का एक लोकप्रिय संस्करण है।

चैट जीपीटी और गूगल के बीच क्या अंतर है?

लंबे समय से, Google हमारे अधिकांश सवालों का जवाब देता रहा है और वर्तमान में सर्च इंजन की दुनिया में यह एकमात्र बेताज बादशाहत हासिल किये हुये है। दुनिया के सर्च इंजन मार्केट के लगभग 90 प्रतिशत हिस्से पर Google का कब्जा है।

लेकिन ऐसा लग रहा है कि आने वाले समय में Google को Chat GPT से कड़ी टक्कर मिलने वाली है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि यह Google से कैसे अलग है। Chat GPT और Google के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि जब भी हम Chat GPT से कोई प्रश्न पूछते हैं, तो वह हमें टेक्स्ट बॉक्स में लिखकर उत्तर देता है।

ऐसा माना जाता है कि चैट जीपीटी के उत्तर आमतौर पर सटीक होते हैं। जबकि Google हमारे प्रश्न के उत्तर से संबंधित कई ब्लॉग या लिंक इंटरनेट पर उपलब्ध कराता है। अपने सवालों के जवाब जानने के लिए आपको उस लिंक या ब्लॉग पर जाना होगा। कई बार तो लिंक से भी सटीक उत्तर नहीं मिल पाता है।

Google के माध्यम से कई ब्लॉग और ब्लॉगर अपना करिअर बना चुके है, Google हर दिन करोड़ो पेज अपलोड करता है, जानकारी देने पर ब्लॉगर को पैसा भी देता है, Chat GPT भले जानकारी देता हो, लेकिन यूजर फ्रेंडली नहीं है। तकनिकी जानकारी होनेवाले यूजर्स के लिए Chat GPT से जानकारी लेना संभव है, लेकिन गुगल आम आदमी के जिंदगी से जुड़े हर सवाल का जवाब ढूंड कर यूजर्स को देता है।

Google यूजर एक्सपीरियन्स को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करता है, मल्टीप्ल सोर्स से janakari देता है। जबकि Chat GPT सिर्फ सिमीत जानकारी देता है। क्योंकि Chat GPT तकनीक है, जो आपके सवाल का जवाब देता है, जो ओ खुद में अपडेट करता है। फिलहाल Google से Chat GPT की तुलना बेकार है, दोनों में तकनिकी फासला बड़ा है। Google खुद मार्केट से नही हटेगा क्योकि खुद को अपडेट करते रहता है। लेकिन Google के आगे Chat GPT कई चैलेंजेस लेकर आया है।

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