सोशल मीडिया पर लाइव होने के दौरान आत्महत्या के कई मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन इस बार एक ऐसा मामला भी सामने आया है, जहां एक शख्स लाइव करते हुए सुसाइड करने जा रहा था।
लेकिन उस लाइव की बदौलत पुलिस ने उसकी जान बचा ली। दरअसल, यह मामला यूपी के गाजियाबाद जिले का है. इस पूरे मामले की कहानी काफी दिलचस्प है।
31 जनवरी 2023, गाजियाबाद
गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र में उसी रात एक युवक अचानक फेसबुक पर लाइव करने लगा। जिसमें उसने बताया कि वह फांसी लगाने जा रहा है। वह फांसी लगाने की तैयारी कर रहा था।
उसने पंखे में एक चादर बांध दी और उसके नीचे एक कुर्सी रख दी। इस लाइव के चलते फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी META के कैलिफोर्निया (अमेरिका) स्थित मुख्यालय ने तुरंत युवक की लोकेशन समेत यूपी पुलिस को अलर्ट भेज दिया.
यूपी पुलिस को मेटा से अलर्ट मिला था
यह अलर्ट मेटा (META) द्वारा लखनऊ में यूपी के डीजीपी कार्यालय को ईमेल के जरिए भेजा गया था। ईमेल पर जानकारी मिलने के बाद यूपी पुलिस ने अभय शुक्ला नाम के युवक की लोकेशन ट्रेस की।
पुलिस को पता चला कि अभय गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र से लाइव कर रहा है। इसकी सूचना तुरंत डीजीपी कार्यालय ने विजयनगर थाने को दी.
इसके बाद पुलिस लोकेशन पर पहुंच गई थी, लेकिन 20 मीटर के दायरे में युवक के घर का पता लगाना पुलिस के लिए आसान नहीं था।
ऐसे युवक तक पुलिस पहुंच गई
लिहाजा पुलिस ने इसका एक और उपाय निकाला। विजय नगर थाने के एसएचओ ने अभय के नंबर पर कॉल की। युवक नंबर काटता रहा। लेकिन 8वीं बार युवक ने फोन रिसीव किया। इसके बाद थानेदार ने उसे बातों में उलझाए रखा। उसे समझाया।
इसी बीच पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस कर ली। पुलिस उसके कमरे में पहुंची और दरवाजा खटखटाया। अभय को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पुलिस दरवाजे पर है। उसने दरवाजा खोला तो पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
इसलिए करना चाहता था आत्महत्या
एसीपी विजय नगर अंशु जैन के मुताबिक पुलिस ने मौके पर देखा कि युवक पंखे से लटक कर आत्महत्या करने जा रहा है. अगर पुलिस कुछ और समय तक नहीं आती तो उसका बचना नामुमकिन था, जब अभय को थाने लाया गया।
तब उससे पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले का रहने वाला है। वह गाजियाबाद के विजयनगर के सेक्टर 12 में रहता है।
कुछ समय पहले तक वह काम करता था। इसके बाद उन्होंने मोबाइल का बिजनेस शुरू किया। जिसमें उन्हें 90 हजार रुपए का नुकसान हुआ। इसी से परेशान होकर वह यह खौफनाक कदम उठा रहा था।
पुलिस ने अभय की काउंसलिंग कराई
इसके बाद पुलिस ने करीब 6 घंटे तक अभय शुक्ला की काउंसलिंग कराई। इसके बाद उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ। फिर उसने पुलिस के सामने दोबारा ऐसा नहीं करने की कसम खाई। कुल मिलाकर सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी के चलते पुलिस ने अभय की जान बचाई।